मुनगा के गुन
मुनगा के गुन
(दोहा छंद)
मुनगा मा हे गुन अबड़ , होय रोग सब दूर ।
ताकत मिलथे देंह ला , खावव जी भरपूर ।।1।।
घर बारी अउ खेत मा , मुनगा पेड़ लगाव।
बेंचव वोला गाँव मा , पइसा अबड़ कमाव।।2।।
मुनगा ले औषधि बनय , आथे अब्बड़ काम।
गाँव शहर मा बेंच ले , मिलही पूरा दाम।।3।।
मुनगा पत्ती पीस के , सरसों तेल मिलाव।
चोट मोच अउ घाव मा , येला तुरत लगाव।।4।।
मुनगा पत्ती पीस के , काढ़ा बने बनाव।
पीयव खाली पेट मा , गठिया रोग भगाव।।5।।
मुनगा के गुन जान ले , छेवारी जे खाय।
बीमारी सब भागथे , ताकत अब्बड़ आय।।6।।
रचनाकार
महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया छत्तीसगढ़
अति सुन्दर मुनगा के गुण सर जी
ReplyDeleteधन्यवाद निषाद जी
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