शरद पूर्णिमा मनायेंगे
शरद पूर्णिमा मनायेंगे
शरद पूर्णिमा मनायेगे, घर में खीर बनाएंगे।
अमृत बरसेगा खीर में, मिल बांट कर खाएंगे।।
चाँद की रौशनी से , सारा जग जगमगायेगा।
सोलह कला से पूर्ण हुआ ,अमृत वह बरसायेगा।।
जो जो अमृत खायेगा , बीमारी छू न पायेगा।
शीत बरसेगा धरती पर ,मोती सा बन जायेगा।।
जब बरसेगा ओस की बूंदें, ठंडी की लहरें होगी।
धुंधला हो जाएगा आसमा , गीत गायेगा कोई जोगी ।।
ताजा ताजा पवन चलेगा , वातावरण शुद्ध हो जायेगा ।
स्वस्थ रहेंगे मनुष्य सारे , हर पल खुशी मनायेगा ।।
रचना
प्रिया देवांगन "प्रियू"
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