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नाम बड़े दर्शन छोटे

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जय गंगान ................... कइसे कइसे हावय नाम । नाम बरोबर नइहे काम ।। कतको झन करथे बदनाम । कोनों करय नहीं आराम ।। दान वीर हा माँगे भीख । लेख राम के मुड़ मा लीख ।। कोमल हावय बहुते ढीठ । मनराखन नइ बोलय मीठ ।। नैन सिंग के नइहे नैन । चैन सिंग ला नइहे चैन ।। पान सिंग नइ खावय पान । दानी राम करय नइ दान ।। सरवन हा नइ मानय बात । दाई ला मारय गा लात ।। घूम घूम के वोहर खात । घर मा झगरा रोज मतात ।। आशा के तैं झन कर आस । खुशबू बाई मारय बास ।। लक्ष्मी बाई लानय घास । रानी के नइहे गा दास ।। नाम बड़े हे दर्शन छोट । मन मा हावय कतको खोट ।। रोज भिखारी गिनथे नोट । कोटवार कर नइहे कोट ।। महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया छत्तीसगढ़ Mahendra Dewangan Mati चौपई छंद ( जयकरी , जयकारी , बसदेवा गीत भी कहे जाथे ) नियम  -- 15 + 15 = 30 मात्रा  सबो लाइन शुरवात द्वि कल से होना चाहिए पदांत -- गुरु लघु