मुनु बिलई
मुनु बिलई
*********
मुनु बिलई मुनु बिलई,
हमर घर आथे मुनु बिलई,
म्याऊ म्याऊ ओकर चिल्लई ।
लुका छुपी के खेल खेलई,
हमर घर आथे मुनु बिलई ।
मुसवा देखे पल्ला भगई ,
बिला भीतरी ओकर लुकई।
खिसियाके फेर खंभा नोचई ,
हमर घर आथे मुनु बिलई ।
करिया भुरवा सादा बिलई ,
लइका मन के होथे रोवई ।
खाथे वोहा दूध मलई,
हमर घर आथे मुनु बिलई ।
छानही छानही ओकर घुमई ,
कोठी ऊपर होथे लड़ई ।
मूछा में अपन ताव देवई ,
हमर घर आथे मुनु बिलई ।
कारी भूरी आंखी देखई ,
पूछी ला अपन अटियई ,
देख देख के ओकर गुररई ।
हमर घर आथे मुनु बिलई ।
मुनु बिलई मुनु बिलई,
हमर घर आथे मुनु बिलई ।
महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया कवर्धा
छत्तीसगढ़
8602407353
Mahendra Dewangan Mati
5/03/2018
बहुत खूब सर
ReplyDeleteधन्यवाद निषाद जी
Deleteऐ होईस मुनू बीलई के बात बहुत अच्छा सर जी
ReplyDeleteधन्यवाद साहू जी
Delete