माता ल मनाबो
माता ल मनाबो
******************
मंदिर में भारी भीड़ लगे हे
भक्त मन सब जावत हे
नरियर केरा सेव अंगूर
आनी बानी चढ़ावत हे ।
माता बर पूरा सिंगार
अऊ चुनरी ल चढ़ावत हे
घोलन घोलन के पांव परके
अपन मनौती मनावत हे ।
घर के दाई पानी मांगत
वोला नई पीयावत हे
लांघन भूखन सुते हाबे
वोला नइ खवावत हे ।
चीरहा फटहा पहिरे हाबे
नवा नइ लेवावत हे
कुछु कांहीं मांगत हे त
धुरिहा ले चिल्लावत हे ।
कइसे माता खुस होही अब
तुही मन बतावव
कोन माता ल पहिली देखव
कोन ल मय मनावव ।
दाई दुरगा खुस होही
जब घर के माता ल मनाबे
सुख शांति समरिद्धि आही
जब दाई ल पहिली खवाबे ।
जय माता दी
महेन्द्र देवांगन "माटी"
( बोरसी - राजिम वाले )
छत्तीसगढ़
8602407353
Comments
Post a Comment