चीन को ललकार
चीन को चेतावनी (लावणी छंद) आँख दिखाना छोड़ो हमको, नहीं किसी से डरते हैं । हम भारत के वीर सिपाही, कफन बाँध कर लड़ते हैं ।। एक कदम तुम आगे आओ, पैर काट कर रख देंगे। वतन बचाने के खातिर हम,इतिहास नया लिख देंगे।। चलो नहीं अब चाल चीन तुम, हमसे जो टकराओगे। याद करोगे नानी अपनी, पाछे फिर पछताओगे ।। छोटी छोटी आँखें तेरी, बिल्ली जैसी लगते हो। हाथ मिलाकर भारत से तुम, गद्दारी ही करते हो।। व्यर्थ नहीं जायेगा अब ये , वीरों की यह बलिदानी। बदला लेकर ही छोड़ेंगे, नहीं मिलेगा अब पानी ।। रचनाकार महेन्द्र देवांगन "माटी" पंडरिया छत्तीसगढ़ Mahendra Dewangan Mati @