अगस्त क्रांति

अगस्त क्रांति
************
क्रांति का आगाज हो चुका, चुप नहीं बैठेंगे हम ।
जब तक पूर्ण न हो मांग हमारी,  नहीं लेंगे कोई दम ।
उठा चुके हैं मशाल हाथ में, अब नहीं बुझने देंगे ।
भभक उठी है क्रांति ज्वाला, सर नहीं झुकने देंगे ।
देख लो अब ताकत हमारी,  अभी तो ये अंगड़ाई है ।
अगस्त क्रांति आ चुका है,  आगे और लड़ाई है ।

महेन्द्र देवांगन माटी
Mahendra Dewangan Mati
10/08/2017

Comments

Popular posts from this blog

तेरी अदाएँ

अगहन बिरसपति

वेलेंटटाइन डे के चक्कर