तुलसी ( दोहा छन्द )
घर अँगना अउ चौक मा , तुलसी पेड़ लगाव । पूजा करके प्रेम से , पानी रोज चढ़ाव ।।1।। तुलसी हावय जेन घर , वो घर स्वर्ग समान । रोग दोष सब दूर कर , घर मा लावय जान ।।2।। तुलसी पत्ता पीस के, काढा बने बनाव । सरदी खाँसी रोग मा , खाली पेट पियाव ।।3।। तुलसी पत्ता टोर के , रोज बिहनिया खाव । स्वस्थ रहय जी देंह हा , ताकत बहुते पाव ।।4।। तुलसी माला घेंच मा , पहिरय जे दिन रात । मिटथे कतको रोग हा, कभू न होवय वात ।।5।। तुलसी पत्ता खाय जे , बाढ़य ओकर ज्ञान । मन पवित्र हो जात हे , लगय पढ़े मा ध्यान ।।6। तुलसी माला जाप कर , माता खुश हो जाय । बाढ़य घर मा प्रेम जी, संकट कभू न आय ।।7।। महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया 8602407353 @ mahendra dewangan mati