बाबा साहब

बाबा साहब कठिन डगर पर चलकर जिसने , सबको राह दिखाया है । मानवता की खातिर उसने , सब अधिकार दिलाया है ।। खून सभी का एक है बंधु , भेदभाव क्यों करते हो । ऊँचा नीचा जाति बताकर , आपस में क्यों लड़ते हो ।। भीमराव ने भीम प्रतिज्ञा , पूरा कर दिखलाया है । ऊँच नीच का भेद मिटाकर , सबको आगे लाया है ।। संविधान है एक हमारा , एक हमारी माता है । भारत माता सबकी माता, सबसे अपना नाता है ।। कठिन परिश्रम करके उसने, ये संविधान बनाया है । जग में हुए महान वही तो , बाबा साहब कहाया है ।। रचनाकार महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया छत्तीसगढ़