(मजदूर दिवस पर मोर कविता ) बिहनिया ले उठ के, रोज कमाय बर जाना हे। रापा कुदारी गैंती बसुला, इही हमर बाना हे । पानी गिरे चाहे घाम करे, हमला रोज कमाना हे। नइ जानन हम इडली डोसा, चटनी बा...
हाइकु (1) पेड़ लगाओ फल फूल भी खाओ मौज मनाओ । (2) चलते राही छांव मिले न कहीं कटते पेड़ । (3) जंगल साफ माफियाओं का राज आते न बाज । (4) टूटी है डाली कैसे बचाय...
नाना की पिटारी में ***************** बढ़िया बढ़िया खेल खिलौने, नाना की पिटारी में । आओ झूमे नाचे गाये , नाना की पिटारी में । छुकछुक छुकछुक रेलगाड़ी, नाना की पिटारी में । सैर करे हम जंगल झाड़...
सेल्फी ************* जिधर देखो उधर, सेल्फी ले रहे हैं । ओरिजनल का जमाना गया, बनावटी मुस्कान दे रहे हैं । भीड़ में भी आदमी आज अकेला है तभी तो बनावटी मुस्कान देता है । और जहाँ भीड़ दिखे वहा...
आमा के चटनी **************** आमा के चटनी ह अब्बड़ मिठाथे, दू कंऊरा भात ह जादा खवाथे । कांचा कांचा आमा ल लोढहा म कुचरथे, लसुन धनिया डार के मिरचा ल बुरकथे। चटनी ल देख के लार ह चुचवाथे, आमा के चट...
गीत -- सेवा करले ****************** सेवा करले दाई ददा के 2, इही में सुख तैं पाबे तर जाही तोर चोला संगी,जग में नाम कमाबे --2 नौ महिना कोख में राखिस, कतका दुख ल पाइस बेटी बेटा पाये खातिर, मंदिर मस्जिद ज...
छत्तीसगढ़ के खजुराहो -भोरमदेव ***************************** छत्तीसगढ़ में घुमे फिरे के बहुत अकन जगा हाबे । जंगल, परवत, झरना, घाटी,ऐतिहासिक जगा, मंदिर आदि मन ह बहुतेच सुंदर अऊ मनमोहक हे। इंहा के प्रा...