गीत -- सेवा करले
गीत -- सेवा करले
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सेवा करले दाई ददा के 2, इही में सुख तैं पाबे
तर जाही तोर चोला संगी,जग में नाम कमाबे --2
नौ महिना कोख में राखिस, कतका दुख ल पाइस
बेटी बेटा पाये खातिर, मंदिर मस्जिद जाइस
करिस तपस्या तोरे खातिर 2,छोड़ के तै झन जाबे
तर जाही तोर ----------------------------------।
सेवा करले दाई ददा के -----------------------।
पानी पसीया अपन पीके, तोला भात खवाइस
जिनगी तोर बन जाही कहिके, तोला खूब पढ़ाइस
झन धोखा तै देबे वोला 2,ओकर मान बढ़ाबे
तर जाही तोर ------------------------।
फूल सरीख पोंसे हे तोला, पालना में झुलाके
अंचरा ढांक के तोला राखिस, दुःख पीरा ल भुलाके
दुख झन देबे तैंहर ओला 2,ओकर नाम बढ़ाबे
तर जाही तोर -------------------------।
तोरे तन ल ढांके खातिर, खुद उघरा रहि जाथे
खोंड़रा खटिया में अपन सुत के, तोला गद्दा में सुताथे
पाछू बर सुख मिलही कहिके 2,तोर से आसा हाबे
तर जाही तोर -------------------------।
कतका दुख पीरा ल सहिके,पांव में खड़ा कराइस
घाम पियास ल सहिके संगी,तोरे खातिर कमाइस धरम निभाले अपन तेंहा, अब वोकर बर कमाबे
तर जाही तोर ----------------------।
सेवा करले दाई ददा के -------------------।
रचना
महेन्द्र देवांगन माटी
Mahendra Dewangan Mati
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