छोटे छोटे हाथ जोड़कर
छोटे छोटे हाथ जोड़कर
( ताटंक छंद)
छोटे छोटे हाथ जोड़कर, प्रभु को शीश झुकाता हूँ ।
पूजा पाठ न जानू भगवन , लड्डू भोग चढ़ाता हूँ ।।
ज्ञान बुद्धि के दाता हो तुम, संकट सब हर लेते हो ।
ध्यान मग्न हो जो भी माँगे , उसको तुम वर देते हो ।।
सूपा जैसे कान तुम्हारे , लड्डू मोदक खाते हो ।
भक्तों पर जब संकट आये, मूषक चढ़कर आते हो ।।
पहिली पूजा करते हैं सब , बच्चों के तुम प्यारे हो ।
नहीं कभी भी गुस्सा करते, सब भगवन से न्यारे हो ।।
छोटे छोटे बालक हैं हम , शरण आपके आते हैं ।
दूर करो सब संकट प्रभु जी, भजन आपके गाते हैं ।।
रचनाकार
महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया छत्तीसगढ़
8602407353
Mahendra Dewangan Mati
बहुत सुंदर
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