छब्बीस जनवरी मनाबो
छब्बीस जनवरी मनाबो ********************* छब्बीस जनवरी मनाबो संगी, तिरंगा हम फहराबो । तीन रंग के हमर तिरंगा, एकर मान बढाबो । ए झंडा ल पाये खातिर, कतको जान गंवाइस। कतको बीर बलिदान होगे, तब आजादी आइस । हमर तिरंगा सबले प्यारा , लहर लहर लहराबो। छब्बीस जनवरी मनाबो संगी, तिरंगा हम फहराबो। चंद्रशेखर आजाद भगतसिंह, जनता ल जुरियाइस वन्दे मातरम के नारा ल, जगा जगा लगाइस । सुभाष चंद्र बोस ह संगी, जय हिन्द के नारा बोलाइस। आजादी ल पाये खातिर, जनता ल जगाइस । वंदे मातरम के गाना ल, मिलके सबझन गाबो । छब्बीस जनवरी मनाबो संगी, तिरंगा हम फहराबो। सत्य अहिंसा के बात ल , गांधी बबा बताइस । स्वदेशी अपनाये खातिर, चरखा खूब चलाइस । देश ल आजाद करे बर, सत्याग्रह अपनाइस । गाँव गाँव में जाके , आजादी के अलख जगाइस । कतका दुख ल पाइस सबझन, कइसे हम भुलाबो छब्बीस जनवरी मनाबो संगी,तिरंगा हम फहराबो। रचना प्रिया देवांगन "प्रियू" Priya Dewangan "priyu"