बरबाद होगे
बरबाद होगे
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बरबाद होगे भैया, दारु पी के सब बरबाद होगे ।
सूरा सहीं घोन्डे हाबे 2, कइसन ए अजाद होगे।
बरबाद होगे
बरबाद होगे भैया ..............................
एक पौवा पीथे ताहन, आंखी ल देखाथे ।
दूसर पौवा चढथे ताहन, शेर सही गुरराथे ।
रंग रंग के गारी देके, झगरा ल मताथे
बरबाद होगे
बरबाद होगे भैया, दारु पी के सब बरबाद होगे ।
लोग लइका भूखन मरत, ओकर नइहे चिंता ।
गली गली में घूमत हाबे, होवत ओकर हिंता ।
करजा में बूड़े हाबे, भागत हे लुकाके ।
बरबाद होगे
बरबाद होगे भैया, दारु पी के सब बरबाद होगे ।
जेब में रहिथे पइसा ताहन, अब्बड़ मटमटाथे ।
मुरगा मटन खाथे अऊ , चार झन ल खवाथे ।
मारत हे पुटानी अऊ , खेत खार बेचागे ।
बरबाद होगे
बरबाद होगे भैया, दारु पी के सब बरबाद होगे ।
एकरे सेती काहत हावों , झन पीयो जी दारु ।
लोग लइका के चेत करले , सुन ले ग समारु ।
शरीर ह खोखला होके, बढ जाथे बीमारी ।
बरबाद होगे
बरबाद होगे भैया, दारु पी के सब बरबाद होगे ।
महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया (कवर्धा )
छत्तीसगढ़
Mahendra Dewangan Mati @
8602407353
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