वीर जवानों को नमन - महेन्द्र देवांगन माटी
वीर जवानों को नमन -
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है नमन उन वीरों को, जिसने की मान बढ़ाया है।
देश में छुपे गद्दारों को, पल में मार गिराया है।
बहुत हुआ आतंकी हमला, अब न होने देना है।
अपने वीर शहीदों का अब, बदला हमको लेना है।
है हिम्मत तो आगे आओ, छुपकर तुम क्यों लड़ते हो।
बेकसुरों को मार रहे हो, आगे आने से डरते हो।
कितनों भी अब चाल चलो तुम, नहीं कामयाबी पाओगे।
अपने वीर जवानों के आगे, हरदम मुंह की खाओगे।
अपनी जान की बाजी देकर, जिसने देश बचाया है।
खून की होली खेलकर जिसने, रंग चमन में लाया है।
गर्व करता है सारा देश, करते उसे सलाम हैं।
ऐसे वीर सपूतों को, माटी का प्रणाम है।
वंदे मातरम्
रचना
महेन्द्र देवांगन "माटी" (शिक्षक)
(बोरसी - राजिम)
गोपीबंद पारा पंडरिया
जिला - कबीरधाम (छ. ग)
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है नमन उन वीरों को, जिसने की मान बढ़ाया है।
देश में छुपे गद्दारों को, पल में मार गिराया है।
बहुत हुआ आतंकी हमला, अब न होने देना है।
अपने वीर शहीदों का अब, बदला हमको लेना है।
है हिम्मत तो आगे आओ, छुपकर तुम क्यों लड़ते हो।
बेकसुरों को मार रहे हो, आगे आने से डरते हो।
कितनों भी अब चाल चलो तुम, नहीं कामयाबी पाओगे।
अपने वीर जवानों के आगे, हरदम मुंह की खाओगे।
अपनी जान की बाजी देकर, जिसने देश बचाया है।
खून की होली खेलकर जिसने, रंग चमन में लाया है।
गर्व करता है सारा देश, करते उसे सलाम हैं।
ऐसे वीर सपूतों को, माटी का प्रणाम है।
वंदे मातरम्
रचना
महेन्द्र देवांगन "माटी" (शिक्षक)
(बोरसी - राजिम)
गोपीबंद पारा पंडरिया
जिला - कबीरधाम (छ. ग)
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