गीत - मय किसान के बेटा हरंव ************************** मय किसान के बेटा हरंव-2,जांगर टोर कमाथंव सुत उठ के बड़े बिहनिया, माथ ल मय नवाथंव2 धरती दाई के सेवा खातिर, अपन पसीना बोहाथंव दाई ल सजाये खातिर, रंग रंग फूल लगाथंव करथों मेहनत रातदिन मय-2, पथरा में पानी ओगराथंव मय किसान के बेटा ............................... हरियर हरियर धान पान ह , खेत में जब लहराथे धरती के सिंगार ल देख के, सबके मन झूम जाथे अन्न पानी के पूरती करथंव-2, खेत में सोना उगाथंव मय किसान के बेटा ............................... मेहनत हमर करम संगी, मेहनत करके जीथन खून पसीना एके करके, पानी पसीया पीथन नइ राहन हम महल अटारी-2, माटी में घर बनाथंव मय किसान के बेटा .............................. **************** रचना महेन्द्र देवांगन माटी