Posts

लहरा ले ले

Image
छन्न पकैया छन्न पकैया  , लहरा ले ले भैया । पाप सबो कट जाही तोरे , हावय गंगा मैया ।।1।। छन्न पकैया छन्न पकैया,  दान धरम ला कर ले । नाम तोर रहि जाही जग मा , पुन के झोली भर ले ।।2।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , करथे जेहा सेवा । कभू दुखी नइ होवय संगी , खाथे वोहा मेवा ।।3।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , बोलव मीठा बानी । सेवा करले मातु पिता के , झन कर आना कानी ।।4।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , माटी के चोला हा संगी  , माटी मा मिल जाही ।। *******************   मात्रा ---- 16 + 12 = 28 ये हर सार छन्द के एक किसम हरे । येमा "छन्न पकैया छन्न पकैया" एक टेक बरोबर शुरु मा आथे । बाकी सब नियम सार छन्द के लागू होथे । महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया  (कबीरधाम ) छत्तीसगढ़ 8602407353 @Mahendra Dewangan Mati

बरसा पानी

Image
छन्न पकैया छन्न पकैया  , आ गे बरसा पानी । नदियाँ नरवा लहरा मारे , होय करेजा चानी ।।1।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , डोंगा हा लहरावे । काँपत हावय पोटा संगी , कइसे पार लगावे ।।2।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , पानी पूरा भरगे । बूड़त हावय गाँव गली हा,  कतको मनखे मरगे ।।3।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , राहत दल हा आइस । जान अपन जोखिम मा डारे , लइका लोग बचाइस ।।4।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , परलय हा जब आथे । बड़े बड़े जी महल अटारी  , माटी मा मिल जाथे ।।5।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , कतको राहय चोखा । ऊपर वाला के आघू मा , खा जाथे जी धोखा ।।6।। **************** मात्रा ---- 16 + 12 = 28 ये हर सार छन्द के एक किसम हरे । येमा "छन्न पकैया छन्न पकैया" एक टेक बरोबर शुरु मा आथे । बाकी सब नियम सार छन्द के लागू होथे । महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया  (कबीरधाम ) छत्तीसगढ़ 8602407353 @Mahendra Dewangan Mati

नशा पान

Image
छन्न पकैया छन्न पकैया  , नशा पान ला छोड़ो । होथे जी बीमारी अब्बड़  , एकर से मुँह मोड़ो ।।1।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , गुटखा जेहा खाथे । केंसर होथे वोला संगी ,  अब्बड़ दुख ला पाथे ।।2।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , नशा पान जे करथे । किसम किसम बीमारी होथे  , जल्दी वोहा मरथे ।।3।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , हावय जेहा आदी । पइसा कौड़ी कुछु नइ बाँचे  , हो जाथे बरबादी ।।4।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , पी के  जेहा सुतथे । घोंडे रहिथे सूरा जइसे  , कुकुर मुँहू मा मुतथे ।।5।। छन्न पकैया छन्न पकैया  , जेहा पीथे खाथे । देंह खोखला हो जाथे अउ , माटी मा मिल जाथे ।।6।। ******************* मात्रा ---- 16 + 12 = 28 ये हर सार छन्द के एक किसम हरे । येमा "छन्न पकैया छन्न पकैया" एक टेक बरोबर शुरु मा आथे । बाकी सब नियम सार छन्द के लागू होथे । महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया  (कबीरधाम ) छत्तीसगढ़ 8602407353 @Mahendra Dewangan Mati

झंडा ला फहराबो

Image
देश हमर हे सबले प्यारा , येकर मान बढ़ाबो । नइ झूकन देन हम तिरंगा , झंडा ला फहराबो ।। भेदभाव ला छोड़ के सँगी , सब झन आघू बढ़बो । हिन्दू मुस्लिम सिक्ख इसाई , मिल के हम सब लड़बो ।। अपन देश के रक्षा खातिर , बाजी सबो लगाबो । नइ झूकन देन हम तिरंगा  , झंडा ला फहराबो ।। रानी लक्ष्मी बाई आइस , अपन रूप देखाइस । गोरा मन ला मार काट के  , सब ला मजा चखाइस ।। हिलगे सब अंग्रेजी सत्ता  , ओकर गुन हम गाबो । नइ झूकन देन हम तिरंगा  , झंडा ला फहराबो ।। आन बान अउ शान तिरंगा  , लहर लहर लहराबो । देश विदेश जम्मो जगा मा , येकर यश फइलाबो ।। भारत भुँइया के माटी ला , माथे तिलक लगाबो । नइ झूकन देन हम तिरंगा  , झंडा ला फहराबो ।। ***************** नियम -- मात्रा 16 + 12 = 28 तुकांत के नियम  --- दू दू डाँड़ मा ( सम सम चरण मा ) आखिर मा एक बड़कू ( गुरु ) या दू नान्हे  (लघु ) होना चाहिए । तुकांत मा दू बड़कू (गुरु ) आये ले छन्द अउ गुरतुर हो जाथे । महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया  ( कवर्धा ) छत्तीसगढ़ @Mahendra Dewangan Mati

मोबाइल

Image
आज काल के नोनी बाबू , मोबाइल ला धरथे । फुसुर फुसुर दूसर के सँग मा , बात अबड़ जी करथे ।। दिन भर देखत रहिथे वोला , भात घलो नइ खाये । आनी बानी पिक्चर देखे , रँग रँग गाना गाये ।। काम बुता तो करना नइहे,  जाँगर ओकर जरथे । फुसुर फुसुर दूसर के सँग मा , बात अबड़ जी करथे ।। दाई बाबू कतको बोले , कहना ला नइ माने । पढ़ई लिखई जीरो हावय , काँही ला नइ जाने ।। नाम कमाही बेटा कहिके  , दाई आशा करथे । फुसुर फुसुर दूसर के सँग मा , बात अबड़ जी करथे ।। **************** नियम -- मात्रा 16 + 12 = 28 तुकांत के नियम  --- दू दू डाँड़ मा ( सम सम चरण मा ) आखिर मा एक बड़कू ( गुरु ) या दू नान्हे  (लघु ) होना चाहिए । तुकांत मा दू बड़कू (गुरु ) आये ले छन्द अउ गुरतुर हो जाथे । महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया  (कवर्धा ) छत्तीसगढ़ Mahendra Dewangan Mati

बादर आवय

Image
उमड़त घुमड़त बादर आवय , गिरय झमाझम पानी । आ गे सावन महीना सँगी , चूहत परछी छानी ।। गाँव गली मा पानी भरगे,  बोहावत हे रेला । लइका मन सब नाचत कूदत , खेलत हावय खेला ।। खेत खार मा चिखला मातय,  धरथे अब्बड़ लेटा । दाई हा चेतावत हावय , बने रेंगबे बेटा ।। महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया छत्तीसगढ़ Mahendra Dewangan Mati नियम -- मात्रा 16 + 12 = 28 तुकांत के नियम  --- दू दू डाँड़ मा ( सम सम चरण मा ) आखिर मा एक बड़कू ( गुरु ) या दू नान्हे  (लघु ) होना चाहिए । तुकांत मा दू बड़कू (गुरु ) आये ले छन्द अउ गुरतुर हो जाथे ।

माटी के चोला ( सार छन्द )

Image
माटी के चोला  राम भजन ला गा ले भैया,  इही काम गा आही । माटी के चोला हा संगी , माटी मा मिल जाही ।। कतको धन दौलत ला रखबे , काम तोर नइ आये । छूट जही जब जीव ह तोरे,  सँग मा कुछु नइ जाये ।। देखत रइही नाता रिश्ता,  बरा भात ला खाही । माटी के चोला हा संगी , माटी मा मिल जाही ।। मया मोह के फेरा मा तैं,  दुनिया सबो भुलाये । काम करे तैं मर मर सब बर , पाछू बर पछताये ।। कर ले सेवा दीन दुखी के,  नाम तोर रहि जाही । माटी के चोला हा संगी , माटी मा मिल जाही ।। महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया  (कबीरधाम ) छत्तीसगढ़ 8602407353 @Mahendra Dewangan Mati नियम -- मात्रा 16 + 12 = 28 तुकांत के नियम  --- दू दू डाँड़ मा ( सम सम चरण मा ) आखिर मा एक बड़कू ( गुरु ) या दू नान्हे  (लघु ) होना चाहिए । तुकांत मा दू बड़कू (गुरु ) आये ले छन्द अउ गुरतुर हो जाथे ।