पेड़ लगाओ
पेड़ लगाओ आओ मिलकर पेड़ लगायें, सबको मिलेगी छाँव । हरी-भरी हो जाये धरती, मस्त दिखेगा गाँव ।।1।। पेड़ों से मिलती हैं लकड़ी , सबके आती काम । जो बोते हैं बीज उसी का, चलता हरदम नाम ।।2।। सुबह शाम तुम पानी डालो , इतना कर उपकार । गाय बैल से उसे बचाओ , बनकर पहरेदार ।।3।। आओ मिलकर पेड़ लगायें, सबको मिलेगी छाँव । हरी-भरी हो जाये धरती, मस्त दिखेगा गाँव ।। 4।। महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया छत्तीसगढ़ mahendradewanganmati@gmail.com सरसी छंद मात्रा- --- 16 +11 = 27 पदांत -- गुरु लघु