छन्न पकैया
छन्न पकैया छन्न पकैया छन्न पकैया, आया नया जमाना । बात नहीं अब माने बच्चा , दिनभर गाये गाना ।। छन्न पकैया छन्न पकैया , जूता पहने बाटा । पैर नहीं छूते हैं अब तो , केवल करते टाटा ।। छन्न पकैया छन्न पकैया , घूमे बनकर हीरो । धूम धड़ाका करते रहते , पढ़ने में है जीरो ।। छन्न पकैया छन्न पकैया , बात करे वह चोखा । मीठी मीठी बातें करके , देते सबको धोखा ।। छन्न पकैया छन्न पकैया , राज बहुत है गहरा । छूप छूप कर बातें करते , देते रहते पहरा ।। महेन्द्र देवांगन माटी पंडरिया छत्तीसगढ़ 8602407353