अण्डा के फण्डा
अण्डा के फण्डा ( Egg )
कोनो खावत सेव केरा , कोनो अण्डा खावत हे ।
लइका मन हा मगन होके , रोज स्कूल जावत हे ।।
कोनों ह विरोध करत , कोनों ह खवावत हे ।
असमंजस मे हे सरकार ह , मिटिंग में बलावत हे ।।
कोनों काहत बंद करव , कोनों गुण ल गावत हे ।
लइका मन ह मगन होके , रोज स्कूल जावत हे ।।
गुरुजी मन घेरी बेरी , पालक के घर जावत हे ।
अण्डा चाही के केरा चाही , सहमति ल लिखावत हे ।।
राजनीति के फण्डा मा , अण्डा ह उबलावत हे ।
लइका मन ह मगन होके , रोज स्कूल जावत हे ।।
पहिली के जमाना ह , अब्बड़ सुरता आवत हे ।
पहिली कापी में मिले अंडा , अब थारी में आवत हे ।।
अब पढ़े ल नइ आय तभो , मुरगा नइ बनावत हे ।
लइका मन ह मगन होके , रोज स्कूल जावत हे ।।
महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया कबीरधाम
छत्तीसगढ़
8602407353
Mahendra Dewangan Mati
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