रावण मरा नहीं

रावण मरा नहीं
******************
रावण मरा नहीं, अधमरा भाग गया ।
इसीलिए तो आज, घर घर फिर जाग गया ।
कल तक मरने का नाटक किया ,
सबके ऊपर त्राटक किया।
दुनिया को धोखा देकर,
अहं उसका जाग गया ।
रावण मरा नहीं, अधमरा भाग गया ...........
फिर से आज सीता का अपहरण किया है,
मासूम बच्चियों को भयंकर त्रास दिया है ।
लूट हत्या बलात्कार,
उसका खेल हो गया ।
रावण मरा नहीं, अधमरा भाग गया.............
गाँव गली में आतंक मचा रहा है,
नशे का पूरा जाल बिछा रहा है ।
दारु गांजा हफीम का
सबको आदी बना गया ।
रावण मरा नहीं, अधमरा भाग गया..............

महेन्द्र देवांगन माटी
(बोरसी -- राजिम वाले )
9993243141

Comments

Popular posts from this blog

तेरी अदाएँ

अगहन बिरसपति

वेलेंटटाइन डे के चक्कर