गीत - मय किसान के बेटा हरंव

गीत - मय किसान के बेटा हरंव
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मय किसान के बेटा हरंव-2,जांगर टोर कमाथंव
सुत उठ के बड़े बिहनिया, माथ ल मय नवाथंव2
धरती दाई के सेवा खातिर, अपन पसीना बोहाथंव
दाई ल सजाये खातिर, रंग रंग फूल लगाथंव
करथों मेहनत रातदिन मय-2, पथरा में पानी ओगराथंव
मय किसान के बेटा ...............................
हरियर हरियर धान पान ह , खेत में जब लहराथे
धरती के सिंगार ल देख के,  सबके मन झूम जाथे
अन्न पानी के पूरती करथंव-2, खेत में सोना उगाथंव
मय किसान के बेटा ...............................
मेहनत हमर करम संगी, मेहनत करके जीथन
खून पसीना एके करके, पानी पसीया पीथन
नइ राहन हम महल अटारी-2, माटी में घर बनाथंव
मय किसान के बेटा ..............................
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रचना
महेन्द्र देवांगन माटी

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