ए भुंइहा हे सरग बरोबर
"ये भुइयाँ हे सरग बरोबर"
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ये भुइयाँ हे सरग बरोबर
चंदन कस जेकर माटी हे।
जंगल झाड़ी परवत नदियाँ
सब ह हमर थाती हे ।
हरियर हरियर लुगरा पहिने
छत्तीसगढ़ महतारी हे।
खेत खार अऊ देवी देवता
हमर ये संगवारी हे ।
महानदी पैरी अऊ सोढू
अमरित कस जेकर पानी हे।
तीन लोक में महिमा जेकर
गुरतुर हमर बानी हे ।
सुघ्घर बाग बगीचा जइसे
खेत के हमर कियारी हे
धान पान अऊ साग भाजी के
सुंदर लगे फूलवारी हे ।
दया मया के थरहा जागे
अइसन भाँटा बारी हे
ये माटी ल माथ नवांवव
एकर महिमा भारी हे।।
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रचना
महेन्द्र देवांगन "माटी"
( बोरसी - राजिम वाले )
गोपीबंद पारा पंडरिया
जिला - कबीरधाम (छ. ग)
पिन- 491559
मो.- 8602407353
Email -mahendradewanganmati@gmail.com
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ये भुइयाँ हे सरग बरोबर
चंदन कस जेकर माटी हे।
जंगल झाड़ी परवत नदियाँ
सब ह हमर थाती हे ।
हरियर हरियर लुगरा पहिने
छत्तीसगढ़ महतारी हे।
खेत खार अऊ देवी देवता
हमर ये संगवारी हे ।
महानदी पैरी अऊ सोढू
अमरित कस जेकर पानी हे।
तीन लोक में महिमा जेकर
गुरतुर हमर बानी हे ।
सुघ्घर बाग बगीचा जइसे
खेत के हमर कियारी हे
धान पान अऊ साग भाजी के
सुंदर लगे फूलवारी हे ।
दया मया के थरहा जागे
अइसन भाँटा बारी हे
ये माटी ल माथ नवांवव
एकर महिमा भारी हे।।
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रचना
महेन्द्र देवांगन "माटी"
( बोरसी - राजिम वाले )
गोपीबंद पारा पंडरिया
जिला - कबीरधाम (छ. ग)
पिन- 491559
मो.- 8602407353
Email -mahendradewanganmati@gmail.com
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माटी जी आप ला गाड़ा गाड़ा जय जोहार परनाम।
ReplyDeleteआपला आपके नवा ब्लॉग अउ अतेक सुघ्घर रचना बर बधाई हे।............
This comment has been removed by the author.
Deleteरचना पसंद करे बर बहुत बहुत धन्यवाद ईश्वर भाई ।
ReplyDeleteरचना पसंद करे बर बहुत बहुत धन्यवाद ईश्वर भाई ।
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